(समर्पित: अधिवक्ता डॉ. अजय कुमार जैन द्वारा)
“जहां अंधकार होता है, वहीं दीप जलाने वाले गुरु होते हैं।”
ऐसे ही एक ज्योतिर्मय व्यक्तित्व हैं वरिष्ठ अधिवक्ता, माननीय सर्वोच्च न्यायालय के प्रखर अधिवक्ता ए.पी. सिंह जी, जिनका संपूर्ण जीवन न्याय के लिए समर्पित रहा है। उनका जन्मदिन हाल ही में मनाया गया और यह अवसर केवल एक औपचारिक तिथि न रहकर, संपूर्ण न्यायिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए एक प्रेरणास्रोत उत्सव बन गया।
देश के विभिन्न हिस्सों से मीडिया संस्थानों, सामाजिक संगठनों और न्यायसेवी संस्थाओं द्वारा उनके जन्मदिवस को हवन, पूजन, पुष्पांजलि, वंदन और शुभकामनाओं के साथ मनाया गया। अनेक प्रतिष्ठित समाचार पत्रों ने श्रद्धा और सम्मान के साथ ए.पी. सिंह जी के न्याय के प्रति समर्पण, सामाजिक संवेदनशीलता और गरीबों के लिए संघर्ष को उजागर किया।
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में यह दर्शाया गया कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के रूप में अपने प्रारंभिक दिनों से ही उन्होंने कमजोर वर्गों के लिए न्याय की आवाज उठाई, और आज तक निस्वार्थ भाव से उसी पथ पर अग्रसर हैं। वह सिर्फ एक अधिवक्ता नहीं, बल्कि गरीबों और वंचितों के मसीहा हैं। उनके प्रति जनसामान्य का लगाव, आदर और विश्वास यह सिद्ध करता है कि ए.पी. सिंह केवल नाम नहीं, बल्कि एक संस्था हैं।
उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर देश के कोने-कोने में आयोजित कार्यक्रमों, पूजन, हवन और प्रार्थनाओं में उनके दीर्घायु और ऊर्जा के लिए ईश्वर से कामना की गई। गुरु पूर्णिमा के समीप होने से यह अवसर और भी पावन हो गया, जहाँ सत्य, धर्म और न्याय के मार्गदर्शक के रूप में उन्हें उनके अनुयायियों और सम्मानकर्ताओं ने गुरु रूप में नमन किया।
‘विधिपक्ष’ की ओर से हम उन्हें गुरु पूर्णिमा और जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं। यह पत्रिका उनके कार्यों से प्रेरणा लेकर अपने उद्देश्य को और दृढ़ता से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
हमारी यही प्रार्थना है:
“आपका ज्ञान, ऊर्जा और संघर्षशीलता समाज को सदैव आलोकित करता रहे। न्याय के इस यज्ञ में आप सदैव प्रधान आहुति बनकर मार्गदर्शन करते रहें।”
🙏 गुरु को समर्पित सादर वंदन सहित,
– विधिपक्ष परिवार